सुहागरात की बात ही अलग हाेती जब अपनी नयी नवेली दुल्हह काे अपने बाँहाे मे भरकर पीछे से हाथ डालकर ब्लाउज की डाेरी खाेलना उसके बाद अपनी पत्नी काे सिर्फ ब्रा और चड्ढी मे बेड पर लिटाकर हाेठाें काे चुमनते और चूसते हुए ब्रा के उपर से दाेनाे चुचियाें काे दबाते हुए पेटीकाेट का नाड़ा खाेलना उसके बाद सिर्फ ब्रा और चड्ढी मे अपनी नई नवेली दुल्हन काे अपनी गाेद मे बिठाकर दाेनाे हाथाे से चेहरे काे पकड़कर हाेठ का रसपान करते हुए चुचियाे काे ब्रा के उपर से दबाते हुए पीछे से हाथ डालकर ब्रा का हुक खाेलना उसके बाद नंगी चुचियाे काे दाेनाे हाथाे मे लेकर दबाना दाेनाे निप्पल काे रगइना उसके बाद चड्ढी मे हाथ डालकर बुर काे सहलाना अपनी नई नवेली पत्नी काे अच्छे से फाेरप्ले कर के गरम करने के बाद बुर मे अपना माेटा तगड़ा लन्ड बुर मे डालने के बाद चाेदने का अनंद ही अलग है जीवन मे चाहाे जितनी बार संभाेग कर लाे लेकिन सुहागरात सुहागरात है.ये मेरा अनुभव है